गुरुवार 28 अगस्त ऋषि पंचमी को मनाया जाएगा ब्रह्मर्षि अंगिरा प्राकट्य दिवस
@ घेवरचन्द आर्य पाली, सोमवार 25 अगस्त। अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा दिल्ली के पत्र क्रमांक अ. भा. जां. ब्रा. म. 2681/2025 के आदेश की पालना में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी महासभा की समस्त प्रदेश सभाओं, जिला सभाओं और तहसील सभाओं द्वारा गुरुवार 28 अगस्त ऋषि पंचमी को ब्रह्मर्षि अंगिरा प्राकट्य दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा।
पाली जिला अध्यक्ष भंवरलाल आसदेव हिंगोला ने बताया की महासभा के आदेश की पालना में जिला शाखा पाली द्वारा श्री विश्वकर्मा जांगिड़ समाज भवन वीर दुर्गादास नगर में अंगिरा प्राकट्य दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर हवन सत्संग और दिन भर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित कर अंगिरा जी का गुणगान किया जाएगा। अथर्ववेद के ब्रह्मर्षि भगवान अंगिरा हैं।
सर्वप्रथम परमात्मा ने चार ( अग्नि, वायु, आदित्य और भगवान अंगिरा ऋषियों को ही वेद ज्ञान दिया। क्रमशः ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद और अथर्ववेद का ज्ञान परमात्मा ने चारों ऋषियों को दिया।
महासभा संविधान विशेषज्ञ एवं पूर्व राष्ट्रीय प्रचार मंत्री घेवरचन्द आर्य के अनुसार ब्रह्मर्षि अंगिरा जी सृष्टि के आदि में वैदिक काल में हुए थे। आप ब्रह्मा के मानसपुत्र और अग्नि के उपासक और गुणों के जानकार थे। इसलिए ऋषि अंगिरा की प्रार्थना उपासना उनके हृदय में प्रगटाभूत अथर्ववेद के मंत्रों से हवन (यज्ञ) करके विधि विधान से मनाने का विधान है। अंगिरा जयन्ति विधि-विधान से मनाने पर वेदों का प्रचार-प्रसार होता है, जिससे अंगिरा जी की कृपा बनी रहती है। उपासना और गुण किर्तन से मनुष्य धन और ऐश्वर्य से सम्पन्न होकर शतायु जीवन जीता है।
पाली में अंगिरा जयंती की तैयारी को लेकर श्री विश्वकर्मा जांगिड़ समाज सेवा समिति पाली अध्यक्ष रामचन्द्र पिडवा के नैतृत्व में श्री विश्वकर्मा शिक्षा समिति सम्पूर्ण पाली जिला, श्री विश्वकर्मा महिला मण्डल पाली और श्री जांगिड़ ब्राह्मण नवयुवक मण्डल पाली के कार्यकर्ता और महासभा के पाली जिले के पदाधिकारी, सदस्य और समाज बंधु तैयारीयों में जूटे है।
ब्रह्मर्षि_अंगिरा_प्राकट्य दिवस
#ऋषि_अंगिरा_प्राकट्य दिवस
#ऋषि_अंगिरा #ब्रह्मर्षि_अंगिरा
#अखिल_भारतीय_जांगिड़_ब्राह्मण_महासभा
भारतीय धीमान ब्राह्मण महासभा पंजी०
#शिल्पी_ब्राह्मण #पांचाल_ब्राह्मण
#धीमान_ब्राह्मण #जांगिड़_ब्राह्मण
#घेवरचन्द_आर्य_पाली