अंगिरा प्राकट्य दिवस पर पर विश्वकर्मा भवन पाली में गुंजें वेद मंत्र, समाज बंधुओं ने अथर्ववेद के मंत्रों से हवन में दी आहुतियां।
पाली गुरूवार 28 अगस्त। अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा जिलाअध्यक्ष पाली भंवरलाल आसदेव हिंगोला के मार्गदर्शन में गुरुवार ऋषि पंचमी को श्री विश्वकर्मा जांगिड़ समाज भवन दुर्गादास नगर पाली में ब्रह्मर्षि अंगिरा प्राकट्य दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
इस अवसर वैदिक विद्वान एवं महासभा जिला प्रचार मंत्री घेवरचन्द आर्य के निर्देशन में आचार्य हनुमान जांगिड़ द्वारा अथर्ववेद के मंत्रों से आहुतियां देकर हवन करवाया गया। जिसमें श्री विश्वकर्मा जांगिड़ समाज सेवा समिति अध्यक्ष रामचन्द्र पिड़वा, पूर्व अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र पिडवा, दुर्गाराम सायल यजमान बने।
हवन से पूर्व वेद मंत्रों से सृष्टि रचयिता विश्वकर्मा प्रभू की स्तुति प्रार्थना की गई। हवन के बाद यज्ञ स्वरूप अंगिरा भगवान की आरती करके सबके स्वास्थ्य एवं सुख स्मृद्धि की मंगलकामनाएं की गई। हनुमान जांगिड़ ने ब्रह्मर्षि अंगिरा भगवान के उपदेशों एवं शिक्षाओं के बारे में उपदेश देते हुए कहां की अथर्ववेद का स्वाध्याय करने से अंगिरा जी का आर्शीवाद बना रहता है, घर में सुख-समृद्धि होती है । हमारी महासभा के पूर्वज डां इन्द्रमणी जी ने अथर्ववेद का स्वाध्याय किया फलत उनके हृदय में स्वाभिमान जागरूक हुआ उन्होंने पं पालाराम जी बाबू गोरधन दास जी को प्रेरित किया तब तीनों ने मिलकर महासभा की स्थापना करने का संकल्प लेकर बीजारोपण किया जो अब वटवृक्ष बन गया है। हमें भी अथर्ववेद का स्वाध्याय करना चाहिए जिससे भगवान अंगिरा जी का आर्शीवाद और कृपा बनी रहे। समिति अध्यक्ष रामचन्द्र पिड़वा ने सभी समाज बन्धुओं का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर रामचन्द्र पिडवा, प्रकाशचंद्र पिडवा, हनुमान जांगिड़, घेवरचंद आर्य केरला, केलाश आर्य पाली, दुर्गाराम सायल केरला, सुरेश इन्द्राणीयां, जगदीश बरड़वा देवाण, प्रमोद सायल बींजा, चेतन चवला सरदारपुरा की ढाणी, खुशाल जांगिड़ बाली, अशोक गुगरिया दुदिया, रमेश चवला हजावा, मांगीलाल बरड़वा चेलावास, मदनलाल जौड कांतरा, सहित कई समाज बंधु मौजूद रहे।
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